नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कीर्तिमानों के अंबार लगाने वाले अनुभवी बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर इस खेल में दो चार नहीं बल्कि 22 विश्व रिकॉर्डों के बेताज बादशाह हैं।
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सचिन ने हाल में कोलंबो में समाप्त हुई त्रिकोणीय श्रृंखला के फाइनल में भारत को खिताबी जीत दिलाने में अपना 44वां एकदिवसीय शतक लगाया था जिसके बाद स्वाभाविक रूप से यह सवाल उठता है कि सचिन के नाम अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कितने विश्व रिकॉर्ड हैं। सचिन के 19 वर्ष की क्रिकेट महागाथा के ये विश्व रिकॉर्ड इस प्रकार हैं-
टेस्ट क्रिकेट- सर्वाधिक रन- 12473, सर्वाधिक शतक- 42, सर्वाधिक 50 के स्कोर- 95 (42 शतक और 53 अर्धशतक) सर्वाधिक चौके- 1676
एकदिवसीय क्रिकेट- सर्वाधिक रन - 16895, सर्वाधिक शतक- 44, सर्वाधिक 50 के स्कोर 135 (44 शतक और 91 अर्धशतक)
एक कैलेंडर वर्ष में सर्वाधिक रन- 1894 रन (1998 में), एक कैलेंडर वर्ष में सर्वाधिक शतक- नौ शतक (1998 में)
एक विश्वकप में सर्वाधिक रन- 673 रन (2003 के विश्वकप में)
एक टीम के खिलाफ सर्वाधिक शतक- ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के खिलाफ आठ-आठ शतक
सर्वाधिक नाइटीज- 17, सर्वाधिक 99- तीन बार, सर्वाधिक चौके- 1839, सर्वाधिक लगातार मैच- 185 (25 अप्रैल 1990 से 24 अप्रैल 1998 तक)
सर्वाधिक मैन ऑफ द मैच- 59, सर्वाधिक प्लेयर ऑफ द सीरीज- 14 (टेस्ट, एकदिवसीय और 20-20),
सर्वाधिक मैच- 588, सर्वाधिक रन- 29678, सर्वाधिक शतक- 86, सर्वाधिक 50 के स्कोर- 230, सर्वाधिक चौके- 3517 ।
सचिन तेंदुलकर को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलते हुए 20 साल हो चुके हैं लेकिन इतने लंबे रिश्ते के बावजूद इस खेल से उनकी मोहब्बत कम होने के बजाय लगातार बढ़ती ही जा रही है।
सचिन का इस खेल से लगाव करीब ढाई दशक पुराना है। लेकिन वक्त की सलवटें भी उन्हें इस प्यारी चीज से दूर नहीं कर पायी हैं। स्थिति तो यह हो गयी है कि सचिन की क्रिकेट के साथ चल रही मोहब्बत लगातार परवान चढ़ती जा रही है।
रिकॉर्डों के बादशाह सचिन का सिर्फ क्रिकेट में नहीं बल्कि इसके अलावा उनके कुछ अनोखे कारनामे भी हैं। जैसे कि लंदन में मोम की प्रतिमा बनाने वाली मैडम टुसॉड्स म्यूजियम ने क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर की मोम प्रतिमा बनाई। सचिन की ये प्रतिमा मैडम टुसॉड्स म्यूजियम के खेल विभाग में रखी गई है जहां खेल जगत की कई महान हस्तियां जैसे मोहम्मद अली, डेविड बेकहम, टाइगर वुड्स और शेन वॉर्न पहले से ही मौजूद हैं।
सचिन न सिर्फ क्रिकेट जगत में रिकॉर्डों के बेतजाज बादशाह हैं, बल्कि वे अभी भी अपने साथी क्रिकेटरों की अपेक्षा सर्वाधिक टैक्स देने वाले खिलाड़ी हैं।
सचिन सिर्फ क्रिकेट खेलते ही नहीं हैं बल्कि इसके भविष्य को लेकर भी चिंतित हैं। ट्वेंटी-20 के आगमन से एकदिवसीय के अस्तित्व पर मंडरा रहे गंभीर खतरे पर सचिन ने 50 ओवर के प्रारूप को बचाने के लिए इसे 25-25 ओवरों की चार पारियों में बांटने का सुझाव दिया। सचिन के इस विचार को क्रिकेट जगत ने स्वागत किया है। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) जहां सचिन के इस सुझाव से सहमत हुई है वहीं पूर्व भारतीय क्रिकेटर कपिल देव ने इसे बकवास बताते हुए सिरे से खारिज कर दिया।
सचिन की महानता यह भी है कि वे अपने साथी खिलाड़ियों को भी क्रिकेट के गुर सीखाते रहते हैं। हाल ही में एनसीए में आयोजित अभ्यास शिविर के दौर भारतीय बल्लेबाज सुरेश रैना को शॉर्टपिच गेंदें को खेलने में हो रही परेशानी से उबरने के उपाय बताए।
सचिन सिर्फ भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों को ही नहीं बल्कि विदेशी खिलाड़ियों को भी नुस्खे देते रहते हैं। कुछ दिनों पहले ऑस्ट्रेलिया के युवा सलामी बल्लेबाज फिलिप ह्यूज को टिप्स दिए।
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